लेखनी प्रतियोगिता -03-Nov-2022 पति का परायापन


विषय - पति का पराया पन
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कुछ साल पहले ममता का विवाह रमन के साथ हुआ था।  ममता एक पढ़ी लिखी बहुत ही सुंदर और सुशील लड़की थी।रमन एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत था। ममता की ससुराल गांव में थी। और मायका शहर का था।  परन्तु ममता ने ससुराल में बहुत अच्छे से निभाया।कभी कोई शिकायत नहीं की।नौकरी के चलते रमन उसे शहर ले गया। और वे दोनों शहर में किराये के मकान में रहने लगे। दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे। एक दुसरे की जरूरत का ध्यान रखते थे। धीरे धीरे परिवार बढ़ा और उनके परिवार में दो बच्चे हुए। उनके दोनों बच्चे बेटियां थीं। दोनों सुंदर सुशील थी। बेटियां पढने जाने लगी थी। गृहस्थी में सब कुछ अच्छा चल रहा था, कि अचानक ममता को रमन के व्यवहार में कुछ अजीबोगरीब सा लगा। तो ममता ने जानना चाहा,कि कोई परेशानी है। तो मुझे बताइए हम मिलकर उस समस्या का समाधान खोजेंगे। परंतु रमन झल्ला पड़ा।  
पंद्रह साल बाद रमन घर ,पत्नी और बच्चों के प्रति लापरवाह हुआ था।वह अपनी पत्नी ममता और बेटियों से भी ठीक से बात नहीं करता था। उसके व्यवहार में परिवर्तन आने लगा था। तो ममता को शक हुआ कि कहीं मेरे पति का कोई चक्कर तो नहीं।उसने पति के बारे में पता  लगाया, तो मालूम चला। कि रमन अपने ही कंपनी की किसी एक महिला के इश्क में पड़ गया है। उस महिला ने पैसो के लिए रमन पर डोरे डाल कर फंसा लिया था। ममता ने पति से बहुत समझाया कि "देखो जी हमारे दो  प्यारी सुंदर बेटियां है। हमें इनके भविष्य को संभालना है, इनके बारे में सोचना है। आज तुम्हें जो बहुत अच्छी लग रही है,कल जब उसके बारे में पता चलेगा। तब आपको खुद पछतावा होगा। इसलिए समय रहते समझ जाइए। आप ये गलत हरकतें छोड़ दीजिए।पर रमन नहीं माना, दिनों दिन रमन की हरकतें बढ़ रही थी। वह  ज्यादा ही  बिगड़ रहा था। उसने ममता पर अत्याचार करने शुरू कर दिये थे। फिर ममता ने अपने भाइयों से कहा- उसके भाइयों ने भी रमन को बहुत समझाया, पर वह नहीं माना। बात तलाक तक पहुंच गई थी। तब रमन की चौदह साल की बेटी ने पापा से कहा- पापा क्या मां यदि किसी के साथ यह सब करें, तो आपको अच्छा लगेगा। या मैं किसी शादीशुदा व्यक्ति के साथ प्यार करूं, तो क्या आपको अच्छा लगेगा। रमन को बेटी के मुंह से यह बात सुनकर बहुत झटका लगा।उसके पैरों तले से जैसे जमीन खिसक गई थी, और ऐसे लगा कि सर से किसी ने आसमान छीन लिया हो।
बेटी की बात सुनते ही रमन को जैसे होश आ गया था। और उसे अपने किए पर पछतावा हो रहा था‌। उसने अपनी बेटी से सर्व प्रथम माफी मांगी।फिर अपनी पत्नी से माफी मांगी।  और इस कंपनी से नौकरी छोड़कर नयी कंपनी में नौकरी करने लगा।अब फिर से ममता और रमन प्यार मोहब्बत से रहने लगे। सुखी जीवन व्यतीत करने लगे।कहावत मशहूर है-
"सुबह का भूला अगर शाम को घर वापस आ जाए तो भूला नहीं कहलाता।"


अलका गुप्ता \'प्रियदर्शिनी\' लखनऊ उत्तर प्रदेश।
स्व रचित व मौलिक अप्रकाशित 
@सर्वाधिकार सुरक्षित।

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9 Comments

Mithi . S

05-Nov-2022 03:31 PM

Very nice

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Khan

04-Nov-2022 04:53 PM

Shandar 🌸🙏

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Mahendra Bhatt

04-Nov-2022 10:52 AM

शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻

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